Lifestyle

ज्यादातर लड़के ही क्यों करते है प्रपोज

नई दिल्ली – अपने बराबरी के हक के लिए डटकर लड़ रही हैं। लेकिन कुछ चीजों में वह खुद को लड़कों से पीछे ही रखने में संतुष्ट है। उदाहरण के तौर पर प्यार में पहले इजहार करने की बात ही ले लिजिए। इतने मोर्डन जमाने में भी लड़कों को यह सौभाग्य कम ही मिलता है, कि कोई लड़की उनके सामने घुटने पर बैठकर उनसे अपने दिल की बातें कहे।

First Ad 1111111

पुरुषों की तुलना में महिलाओं को डेट के लिए पूछा जाना ज्यादा पसंद होता है। यही तर्क प्रपोज करने पर भी लागू होता है।यह चीज लड़कियों को यह अहसास कराता है, कि उनके चाहने वाले बहुत हैं जो उसके लिए हाथ फैलाए इंतजार में है। इसमें कोई शक नहीं कि हर कोई ऐसा महसूस करना चाहता है। हालांकि कई लड़कियों कहीं ना कहीं इसे प्राथमिकता के रूप में देखती है, जिसके कारण वह कभी लड़कों को पहले प्रपोज नहीं करती हैं।

लड़कियां इसलिए प्रपोज करने से बचती हैं, क्योंकि उन्हें हमेशा डर रहता है कि लड़का उनकी कद्र नहीं करेगा और हर बात पर छोड़ने की धमकी देता रहेगा।कई बार यह भी सुनना पड़ सकता है कि तुमने ही मुझे प्रपोज किया था, मैं नहीं आया था तुम्हारे पास….. यह सब सोचने मात्र से ही लड़कियां प्रपोज करने की हिम्मत नहीं जुटा पाती हैं। उन्हें लगता है कि एक बार प्यार में घुटने टेकने पर उन्हें हमेशा अपने रिश्ते में झुककर ही रहना पड़ेगा।

सदियों से लड़के ही लड़कियों को प्रपोज करते आए हैं। ऐसे में लड़का अगर पागलों की तरह अपने पसंदीदा लड़की के लिए तरह-तरह की कोशिश करे तो उसे रोमांटिक कहा जाता है। लेकिन यदि लड़कियां कुछ ऐसा कर दे तो उसे डेस्पेरेट करार दे दिया जाता है।इतना ही नहीं कैरेक्टरलेस जैसे शब्दों का भी इस्तेमाल होता है। यही सब सोचकर लड़कियां अपने सपने के राजकुमार को सामने देखते हुए भी उसके पास जाकर अपनी फीलिंग्स बताने का रिस्क नहीं लेती है।

Related Articles

Back to top button